Thursday, August 1, 2019
हवा की लहर बनकर,
हवा की लहर बनकर,
तू मेरी खिडकी न खटखटा,
मैं बंद कमरे में,
तूफान समेटे बैठा हूँ
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यहां कवि गर्लफ्रैंड को बता रहा है
मिस काॅल मत देना,
बीवी पास बैठी है !
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