Thursday, July 23, 2015

आदमी बेचारे . . .

औरतौं को खुश करने के लिए
हजारों चीजें बनी हैं,
जैसे


और आदमी बेचारे . . .
औरतों को देख कर ही खुश हो जाते हैं।




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