Thursday, July 2, 2015
खतरनाक शायरी
खतरनाक शायरी
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खिडकी से देखा तो रस्ते पे कोई नही था
खिडकी से देखा तो रस्ते पे कोई नही था
वाह वाह
फिर रस्ते पे जाके देखा तो खिडकी मै कोई
नही था
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